Rumored Buzz on Shodashi
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The murti, and that is also found by devotees as ‘Maa Kali’ presides more than the temple, and stands in its sanctum sanctorum. Below, she's worshipped in her incarnation as ‘Shoroshi’, a derivation of Shodashi.
बिंदु त्रिकोणव सुकोण दशारयुग्म् मन्वस्त्रनागदल संयुत षोडशारम्।
चक्रेश्या पुर-सुन्दरीति जगति प्रख्यातयासङ्गतं
संहर्त्री सर्वभासां विलयनसमये स्वात्मनि स्वप्रकाशा
वर्गानुक्रमयोगेन यस्याख्योमाष्टकं स्थितम् ।
ह्रींमन्त्राराध्यदेवीं श्रुतिशतशिखरैर्मृग्यमाणां मृगाक्षीम् ।
गणेशग्रहनक्षत्रयोगिनीराशिरूपिणीम् ।
देवस्नपन दक्षिण वेदी – प्राण प्रतिष्ठा विधि
रविताक्ष्येन्दुकन्दर्पैः शङ्करानलविष्णुभिः ॥३॥
श्वेतपद्मासनारूढां शुद्धस्फटिकसन्निभाम् ।
अकचादिटतोन्नद्धपयशाक्षरवर्गिणीम् ।
सर्वोत्कृष्ट-वपुर्धराभिरभितो देवी समाभिर्जगत्
‘हे देव। जगन्नाथ। सृष्टि, स्थिति, प्रलय के स्वामी। आप परमात्मा हैं। सभी प्राणियों की गति हैं, आप ही सभी लोकों की more info गति हैं, जगत् के आधार हैं, विश्व के करण हैं, सर्वपूज्य हैं, आपके बिना मेरी कोई गति नहीं है। संसार में परम गुह्रा क्या वास्तु है?
यदक्षरशशिज्योत्स्नामण्डितं भुवनत्रयम् ।